DOCTOR, PLEASE DO NOT WRITE INHALERS...
यह बहुत बड़ा मिथ है। जैसे कि हम nebulizers से बिलकुल भी संकोच नही करते (आराम से use करते है) और inhalers से हमे आपत्ति होती (use करने में बड़ा संकोच होता) है। ज्यादातर लोग सोचते है कि इससे इनके बच्चे को इसकी आदत पड़ जाएगी या फिर अस्थमा के लिए यह आख़री उपाय है।
आपके जानकारी के लिए बता दे कि technically inhalers जो है mini-nebulizers ही है और अगर nebulizers आपके बच्चे के लिए नुक्शानदायक नही है तो ये mini-inhalers कैसे नुक्शानदायक हो सकते है?
Inhalers की आदत पड़ने के डर से अस्थमा का उपचार ठीक प्रकार से नही हो पता है।
Inhalers लगभग 60 साल पहले बने थे और इनका उपयोग उस समय severe asthma में किया जाता था। Severe asthma के मरीज को पूरी ज़िन्दगी inhalers लेने की आवश्यकता होती है।
ज्यादातर अस्थमा से पीड़ित बच्चो को mild या moderate किस्म का अस्थमा होता है जिसके लिए पूरी ज़िन्दगी के लिए inhalers की आवश्यकता नही होती।
इसके विपरीत अगर इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाये, तो यह बच्चे की growth में सुधार करता है और अनावश्यक nebulising medicines और oral medicines के side effects से भी बच जा सकता है।
आपके जानकारी के लिए बता दे कि technically inhalers जो है mini-nebulizers ही है और अगर nebulizers आपके बच्चे के लिए नुक्शानदायक नही है तो ये mini-inhalers कैसे नुक्शानदायक हो सकते है?
Inhalers की आदत पड़ने के डर से अस्थमा का उपचार ठीक प्रकार से नही हो पता है।
Inhalers लगभग 60 साल पहले बने थे और इनका उपयोग उस समय severe asthma में किया जाता था। Severe asthma के मरीज को पूरी ज़िन्दगी inhalers लेने की आवश्यकता होती है।
ज्यादातर अस्थमा से पीड़ित बच्चो को mild या moderate किस्म का अस्थमा होता है जिसके लिए पूरी ज़िन्दगी के लिए inhalers की आवश्यकता नही होती।
इसके विपरीत अगर इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाये, तो यह बच्चे की growth में सुधार करता है और अनावश्यक nebulising medicines और oral medicines के side effects से भी बच जा सकता है।
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