Saturday 26 March 2016

मेरा सन्देश सभी माता व पिताओं को ये बताना है कि...
बच्चे को खाना खिलाना युद्ध करना नही होना चाहिए।
बच्चे को खाना खिलाना माँ के लिए सबसे पहला कर्तव्य होता है। यदि बच्चे को non-scientific way में खाना खिलाया जाता है। तो बच्चा धीरे-धीरे अनुशासनहीन, जिददी व चिड़चिड़ा स्वभाव का हो जाता है और माँ के control से बहार होने लगता है।
Signs of loss of control... 
1. बच्चा खाने को देखकर मुँह घुमाने लगता है और चिढ़ने लगता है।
2. खाने को मुँह में लेते ही उगलने (बाहर निकालने) लगता है और खाने से उसका मन हट जाता है।
3. अपने घर में खाना न खाकर पड़ोसी के घर में खाना अधिक पसंद करता है। (very common)
4. खाने को चबाने के बजाये निगलना शुरू कर देता है। जिसके कारण speech delay हो जाता है। (very common)
5. बच्चा solid food न लेकर केवल mixie grinded food ही लेना पसंद करता है।
6. खाने को फेकना व छिपाना शुरू कर देता है।
7. बच्चा अधिकतर स्कूल के समय या सारे दिन पेट दर्द होने की शिकायत करता रहता है।
उम्र बढ़ने के साथ-साथ बच्चे अपनी माँ के साथ misbehave करने लगते है। जैसे - खाना खाने की प्लेट को फेक देते है या अधिकतर समय सिर्फ junk food की demand करते रहते है। ये सिलसिला चलता ही रहता है। फिर बच्चे के behaviour को पिता से छिपाना पड़ता है।
क्या आपको पता है कि बच्चो में ये habit क्यों develop हो रही है?
इसका मूल कारण है: कुछ माओ को growth pattern की जानकारी न होने की वजह से तथा हर समय अन्य बच्चो से अपने बच्चे की तुलना करने में, जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश करने से।
आप पर निर्भर करता है कि आप अपने बच्चे को control करना चाहते है या lose...''

No comments:

Post a Comment